एलआईसी ने बदल दिए इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम, घटा दी एंट्री एज, बढ़ा दिया प्रीमियम

एलआईसी ने बदल दिए इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम, घटा दी एंट्री एज, बढ़ा दिया प्रीमियम

Life Insurance Rule Change

Life Insurance Rule Change

Life Insurance Rule Change: अगर आप एलआईसी की पॉलिसी खरीदने की सोच रहे हैं तो कंपनी द्वारा हाल ही में किए गए बदलाव के बारे में जान लेना चाहिए. इन बदलावों के तहत एलआईसी ने अपने न्यू एंडोमेंट प्लान में प्रवेश की उम्र को 55 साल से घटाकर 50 साल कर दिया है. यह फैसला उम्रदराज लोगों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है, क्योंकि अब 50 साल की उम्र के बाद इस प्लान में प्रवेश नहीं किया जा सकेगा. इसके अलावा, प्रीमियम की दरों में भी लगभग 10% की बढ़ोतरी की गई है, जिससे पॉलिसीधारकों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ बढ़ेगा.

लागू हो चुका है ये नियम

बता दें कि एलआईसी ने इन बदलावों को 1 अक्टूबर, 2024 से लागू कर दिया है. बीमा इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम कंपनी द्वारा अपने जोखिम को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है, क्योंकि इस उम्र के बाद मृत्यु दर में वृद्धि की संभावना अधिक होती है. एलआईसी के न्यू एंडोमेंट प्लान-914 न केवल सुरक्षा कवर प्रदान करता है, बल्कि यह एक बचत योजना भी है. इसमें मृत्यु के मामले में परिवार को भुगतान किया जाता है, और पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर पॉलिसीधारक को मैच्योरिटी लाभ मिलते हैं.

एलआईसी के पास हैं 6 प्लान

एलआईसी के पास कुल 6 एंडोमेंट प्लान हैं, जिनमें सिंगल प्रीमियम एंडोमेंट प्लान, न्यू जीवन आनंद, जीवन लक्ष्य, जीवन लाभ और अमृतबाल जैसे लोकप्रिय प्लान्स शामिल हैं. इन सभी प्लान्स में 1 अक्टूबर से बड़े बदलाव किए गए हैं.

इसके साथ ही, एलआईसी ने अपने सरेंडर वैल्यू नियमों में भी बदलाव किए हैं, जो लगभग 32 बीमा उत्पादों पर लागू होंगे. नए नियमों के तहत कुछ पॉलिसीधारकों को प्लान से निकलने पर मिलने वाली राशि में कमी आ सकती है.

गौरतलब है कि एलआईसी ने अपने न्यू जीवन आनंद और जीवन लक्ष्य प्लान्स में सम अस्योर्ड को 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दिया है. वहीं, प्राइवेट कंपनियों ने अपने एंडोमेंट प्लान्स में केवल 6 से 7 फीसदी तक की ही वृद्धि की है, जिससे इनकी प्रीमियम दरें तुलनात्मक रूप से कम हैं. एलआईसी के इन बदलावों को लेकर अभी तक कंपनी ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. उम्रदराज लोगों के लिए यह बदलाव काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इससे उनकी बीमा सुरक्षा पर असर पड़ सकता है.